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Showing posts from August, 2021

कटौती व कम वोल्टेज को लेकर धरने पर बैठे

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खारा . क्षेत्र के गांवों में बिजली आपूर्ति में कम वोल्टेज, अघोषित कटौती, ढीले तारों व जर्जर खंभों सहित अन्य समस्याओं को लेकर सोमवार को जामसर स्थित जीएसएस पर क्षेत्र के 15-20 गांवों के किसानों व ग्रामीणों ने घेराव किया और धरने पर बैठे गए। जामसर सरपंच इमरान शाह, खारा सरपंच भैरूं सिंह, सिकंदर शाह व रायलक्ष्मण गोदारा के नेतृत्व में आसपास के ग्रामीणों ने विभाग के प्रति उदासीनता को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि जामसर जीएसएस से लम्बे समय से बिजली आपूर्ति में वोल्टेज में कमी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह जर्जर हो चुके खंभों व ढीले तारों से हर समय हादसे का खतरा रहता है। ग्रामीणों ने अधिशासी अभियंता लाभसिंह मान को दूरभाष पर बिजली समस्याओं से अवगत करवाया व प्रत्येक ग्राम पंचायत के लिए अलग-अलग फीडर की मांग की। इस बीच किसानों व ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए जेईएन नवरत्न रंगा व एईएन चिमनलाल एरी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। ग्रामीणों व अधिकारियों के बीच हुए समझौते में आगामी तीस दिनों में विद्युत आपूर्ति सुचारू करने व सभी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दि...

कॉलेजों में प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तिथि आज

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बीकानेर. कॉलेजों में स्नातक-स्नातकोत्तर प्रवेश के ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। कोरोना काल के बाद इस बार सरकारी कॉलेजों में प्रवेश को लेकर विद्यार्थियों में भी रुझान बढ़ा है। कई कॉलेजों में फ ॉर्म भरने की अंतिम तिथि से पहले ही सीटों से अधिक फार्म जमा हो चुके है। राजकीय डूंगर महाविद्यालय के यूजी प्रवेश नोडल अधिकारी एमडी शर्मा ने बताया की 18 अगस्त से कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। प्रवेश लेने के लिए विधार्थी 31 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते है। प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन होने के चलते ई-मित्र केंद्रों पर विधार्थियों की चहल-पहल देखने को मिल रही है। विद्यार्थी आवेदन करने के लिए डीसीइ की वेबसाइट पर एसएसओ आइडी के माध्यम से या फि र ई-मित्र पर जाकर फ ॉर्म भर रहे है। फ ॉर्म की प्रति जमा करवाने के लिए विद्यार्थी को कॉलेज आने की जरूरत नहीं है। कला में आवेदन ज्यादा कॉलेजों में कला संकाय में स्नातक के लिए आवेदन करने वालों की तादाद सबसे ज्यादा है। इसके बाद बी.कॉम और बी.एस.सी. के लिए आवेदन हो रहे हैं। अभी 31 अगस्त अंतिम तिथि है। जिसे बढ़ाया भी जा सकता है। यह है एडमिशन प्रकिया आव...

स्कूल खुलने के साथ स्टेशनरी विक्रय की उम्मीद से पुस्तक विक्रेताओं के चेहरे पर लौटी चमक

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बीकानेर. कोरोना के कारण लंबे अंतराल के बाद अब स्कूलों को खोलने की घोषणा के बाद स्टेशनरी विक्रेताओं के चेहरों पर रौनक लौटने लगी है। पाठ्य पुस्तकों के साथ, बैग, नोटबुक समेत अन्य स्टेशनरी की बिक्री होने की उम्मीद बंधी है। हालांकि पुस्तक विक्रेताओं ने अभी नए सामान का ज्यादा स्टॉक नहीं मंगवाया है। एक अक्टूबर से कक्षा ९वीं से १२वीं तक के विद्यार्थियों का स्कूल में कक्षा शिक्षण शुरू होने के बाद पुस्तक विक्रेता मांग के अनुरूप सामान मंगवाएंगे। साथ ही अभी कक्षा ८वीं तक के विद्यार्थियों का कक्षा शिक्षण शुरू नहीं हुआ होने से उसके बारे में निर्णय का इंतजार है। अब तक तो ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होने के कारण विद्यार्थियों को स्टेशनरी की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ रही थी। साथ ही छोटी कक्षाएं भी बंद है। ऐसे में स्टेशनरी विक्रेताओं की हालत पस्त है। साल २०२० के शिक्षा सत्र के लिए जो सामान मंगाया था, वह भी नहीं बिका नहीं है। पुस्तक विक्रेताओं के अनुसार ९वीं से १२वीं तक के विद्यार्थी बहुत कम स्कूल बैग आदि खरीदते हैं। पहली से आठवीं तक के स्कूल खुल जाएंगे तो ग्राहकी अच्छी होने लगेगी। उनकी पाठ्य पुस्तकें, प्रा...

घर-घर और मंदिरों में सजी झांकियां

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बीकानेर. भगवान कृष्ण के स्वागत में शहर में घर-घर, गली-मोहल्लों और मंदिरों में झांकियां सजाई गई। बच्चों से बुजुर्गो तक ने इन झांकियों में जहां मिट्टी, प्लास्टिक, लकड़ी से बने खिलौने सजाए, वहीं मिट्टी, पत्थर, चूना, प्लास्टर, कागज, गत्ता आदि से पहाड़,झरना, गुफा, देव प्रतिमाएं, पूतना सहित विभिन्न प्रकार की झांकिया सजाई। झांकियों में रंग बिरंगी रोशनियों से विशेष सजावट की गई। जन्माष्टमी की रात शहरवासियों ने विभिन्न स्थानों पर सजी झांकियों को देखा। कई स्थानों पर झांकियों को देखने वालों की अधिक भीड़ रही। डागा चौक शिव शक्ति सदन के पास बीकानेर की दशकों पुरानी समस्या रेल फाटक समस्या को दर्शाया गया। यहां पब्लिक पार्क, सूरसागर, डूंगरसिंह स्टेच्यू, कोटगेट के मॉडल दर्शाए गए। वहीं रेल फाटक समस्या के समाधान के लिए एलीवेटेड रोड की झांकी भ्भी सजाई गई। किसमीदेसर क्षेत्र में महादेव की झांकी सजाई गई। बारह गुवाड़ ओझा चौक गली में कलात्मक झांकी सजाई गई। वहीं घरों में भी झांकियां सजाई गई। source https://www.patrika.com/bikaner-news/janmashtami-1-7040216/

गली-मोहल्लों से मंदिरों तक कंस का प्रतीकात्मक वध

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बीकानेर. जन्माष्टमी पर शहर में जगह-जगह कंस का प्रतीकात्मक वध किया गया। मध्यरात्रि भगवान कृष्ण के जन्म के समय जैसे ही घरों और मंदिरों में भगवान कृष्ण के जन्म की खुशियां मनाई जाने लगी और अभिषेक-पूजन के दौर शुरू हुए, उसी मिट्टी से बनाए गए कंस का प्रतीकात्मक वध किया गया। इस दौरान नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की के स्वरों से गली-मोहल्ले और मंदिर गूंज उठे।   बच्चों से बुजुर्गो तक ने हाथों में लाठियां लेकर अधर्म के प्रतीक रूप में कंस का वध किया। बीकानेर में जन्माष्टमी के दिन पानी की मटकी पर तालाब की मिट्टी से कंस की अनुकृति बनाने की दशकों पुरानी परम्म्ंपरा है। गली-मोहल्लों से मंदिरों तक कंस बनाए जाते है। कई स्थानों पर कपड़ों से कंस के हाथ और पैर भी बनाए जाते है। मिट्टी से कंस के दो सिंग, मुकुट, तिलक, नाक, मूंछ, मुंह, कान बनाए जाते है।   मदन मोहन मंदिर, मरुनायक मंदिर, लक्ष्मीनाथ मंदिर में बनाए जाने वाले बड़े आकारके कंस प्रसिद्ध है। वहीं गली-मोहल्लों में भी पन्द्रह से बीस फुट ऊंचाई के कंस बनाए गए। झंवरों का चौक, नथानी सराय, डागा चौक शिव शक्ति सदन के पास, बारह गुवाड़, भट्ठड़ो ...

नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैयालाल की...

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  बीकानेर. झालर की झंकार, घंटियों की टंकार और शंख ध्वनि की गूंज घर-घर और मंदिरों में रही। नंद के आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की जयकारों से गली-मोहल्ले और मंदिर गुंजायमान रहे। जन्माष्टमी पर सोमवार मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण के जन्म की खुशियां घरों से मंदिरों तक रही। घर-घर में भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप का पंचामृत से अभिषेक, पूजन, शृंगार कर महाआरती की गई। घर-परिवार के सदस्यों ने सामूहिक रूप से पूजा-अर्चना की। वहीं शहर के कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। अभिषेक-पूजन कर भगवान कृष्ण की आरती की गई। विविध पकवानों का भोग अर्पित किया गया। भगवान कृष्ण के जन्म के समय प्रतीकात्मक रूप से कंस का वध किया गया। भगवान कृष्ण के जन्म समय के बाद श्रद्धालुओं ने व्रत का पारणा किया। गोपाल सहस्त्रनाम स्त्रोत पाठ और कृष्ण मंत्र के जाप हुए।   लड्डू गोपाल का अभिषेक-पूजन जन्माष्टमी पर घरों में भगवान कृष्ण के बालस्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना की गई। रात १२ बजे दूध, दही, घी, शहद, चीनी से तैयार पंचामृत से लड्डू गोपाल का अभिषेक किया गया। कृष्ण के बाल स्वरूप का मुकुट, बंशी, तिलक, आभूष...

मूंछ वाला रे सखी गोपाल

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विमल छंगाणी - बीकानेर. भक्तों के मन मस्तिष्क में छाई भगवान श्री कृष्ण की लीलाएं और छवि मूर्तियों के रूप में सामने आती है। नंदलाल को कभी श्रद्धालु बाल रूप में पूजते है तो कभी गायों को चराते ग्वाले के रूप में। राधा के साथ बंशी बजाते युगल जोड़ी का शृंगार करते है तो कभी गोवर्धन पर्वत को उठाए हुए अद्भुत रूप का। श्रद्धालु भगवान श्रीकृष्ण की हर छवि को अपने दिल में बिठाकर अपने को आनंदित करते है। भगवान श्रीकृष्ण का ऐसा ही एक स्वरूप है सखी गोपाल। बीकानेर के देवीकुण्ड सागर के छह मंदिर में स्थित सखी गोपाल मंदिर में भगवान दो गोपियों के साथ है। इस मंदिर में स्थापित भगवान कृष्ण की मूर्ति की सबसे बड़ी विशेषता है भगवान श्रीकृष्ण का मूंछों वाला स्वरूप। बताते है यह एकमात्र मंदिर है, जहां भगवान श्रीकृष्ण के बांकडली मूंछे है। मूंछों वाले भगवान श्रीकृष्ण के प्रति श्रद्धालुओं में विशेष आस्था और श्रद्धा है। मूंछों वाले भगवान श्रीकृष्ण का जब राजस्थानी साफा, कलंगी, मोरपंख, पुष्पमाला से शृंगार होता है तब श्रद्धालु इस मनमोहिनी छवि को निहारते ही रहते है।     139 साल पुराना है मंदिर देवीकुण्ड सागर ...

422  साल पुराना है शहर का यह कृष्ण मंदिर

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विमल छंगाणी - बीकानेर. राव बीका की ओर से 533 साल पहले बसाए गए बीकानेर शहर में कई प्राचीन मंदिर है, जो अपनी बेजोड़ स्थापत्य कला और मनमोहक देव मूर्तियों के कारण जग प्रसिद्ध है। मरुनायक चौक स्थित भगवान कृष्ण का मूलनायक मंदिर जो वर्तमान में मरुनायक मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है, शहर के सबसे प्राचीन मंदिरों में एक है। चार शताब्दी से भी अधिक पुराने इस मंदिर का रियासतकाल से इतिहास रहा है। यह मंदिर 422 साल से भी अधिक पुराना है। मंदिर में स्थित शिलालेख में संवत 1656 में इस मंदिर के जीर्णोद्धार का उल्लेख मिलता है। मंदिर इससे भी अधिक पुराना बताया जा रहा है।   मनमोहिनी मूर्ति मूलनायक मंदिर में भगवान कृष्ण की मनमोहिनी चतुर्भुज मूर्ति है। मंदिर पुजारी अरुण कुमार सेवग के अनुसार ठाकुरजी के चारों हाथों में शंख, चक्र, गदा और कमल है। भूरे रंग के पत्थर से मूर्ति बनी हुई है। मूर्ति खड़ी है व श्रद्धालुओं में इस मूर्ति के प्रति गहरी आस्था और श्रद्धा है।   साल भर होते है आयोजन मूलनायक मंदिर में सालभर धार्मिक पूजन-अनुष्ठानों के आयोजन होते रहते हैं। मरुनायक मंदिर के ट्रस्टी गोपाल कृष्ण मोहता के ...

422  साल पुराना है शहर का यह कृष्ण मंदिर

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विमल छंगाणी - बीकानेर. राव बीका की ओर से 533 साल पहले बसाए गए बीकानेर शहर में कई प्राचीन मंदिर है, जो अपनी बेजोड़ स्थापत्य कला और मनमोहक देव मूर्तियों के कारण जग प्रसिद्ध है। मरुनायक चौक स्थित भगवान कृष्ण का मूलनायक मंदिर जो वर्तमान में मरुनायक मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है, शहर के सबसे प्राचीन मंदिरों में एक है। चार शताब्दी से भी अधिक पुराने इस मंदिर का रियासतकाल से इतिहास रहा है। यह मंदिर 422 साल से भी अधिक पुराना है। मंदिर में स्थित शिलालेख में संवत 1656 में इस मंदिर के जीर्णोद्धार का उल्लेख मिलता है। मंदिर इससे भी अधिक पुराना बताया जा रहा है।   मनमोहिनी मूर्ति मूलनायक मंदिर में भगवान कृष्ण की मनमोहिनी चतुर्भुज मूर्ति है। मंदिर पुजारी अरुण कुमार सेवग के अनुसार ठाकुरजी के चारों हाथों में शंख, चक्र, गदा और कमल है। भूरे रंग के पत्थर से मूर्ति बनी हुई है। मूर्ति खड़ी है व श्रद्धालुओं में इस मूर्ति के प्रति गहरी आस्था और श्रद्धा है।   साल भर होते है आयोजन मूलनायक मंदिर में सालभर धार्मिक पूजन-अनुष्ठानों के आयोजन होते रहते हैं। मरुनायक मंदिर के ट्रस्टी गोपाल कृष्ण मोहता के ...

माखनचोर के लगता है सूंठ-गोंद के लड्डू और पंजेरी-अजवायन का भोग

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बीकानेर. जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण की घर-घर और मंदिरों में पूजा-अर्चना कर विविध पकवानों का भोग अर्पित किया जाता है। घर-घर में भगवान कृष्ण के जन्म के स्वागत में दशकों से पारम्परिक पकवान बनाने की परम्परा है। घर-घर में महिलाएं सामूहिक रूप से इन पारम्परिक पकवानों को आस्था और श्रद्धा भाव के साथ तैयार करती है। जन्माष्टमी के दिन मध्यरात्रि को भगवान कृष्ण का अभिषेक, पूजन कर ये पकवान अर्पित किए जाते है। इन पकवानों को घरों में उपलब्ध खाद्य सामग्री से ही तैयार किया जाता है। ये पकवान न केवल स्वादिष्ट होते है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।     ये है पारम्परिक पकवान जन्माष्टमी के दिन घर-घर में मिठाईयां-नमकीन के साथ पारम्परिक पकवानों का भी भोग भगवान कृष्ण के अर्पित किया जाता है। 68 वर्षीया कमला देवी ओझा के अनुसार जन्माष्टमी के लिए आटा, मैदा, घी, चीनी, मावा, काजू, बादाम, केशर, मूंगफली, गोंद, नारियल गिरी, सूंठ, धनिया आदि सामग्री से पंजेरी, अजवायन, नारियल बर्फ ी, गेंहूं के लड्डू, सूंठ के लड्डू, गोंदगिरि, तली हुई मूंगफ ली, बादाम, काजू, तालमखाने, हलुआ, चासनी पेठा, ठोर सहित विभिन्न प्...

घरों से मंदिरों तक सजी झांकियां, कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारियां

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बीकानेर. जन्माष्टमी पर्व सोमवार को मनाया जाएगा। घर-घर से मंदिरों तक तैयारियां चल रही है। कान्हा के स्वागत में जगह-जगह झांकियां सजाई गई है। पकवानों की खुशबू से घर महक रहे है। मंदिरों और घरों के पूजा स्थलों को रंग बिरंगी रोशनियों, गुब्बारों और विभिन्न सजावटी सामानों से सजाए गए है। कृष्ण के बालस्वरूप के वस्त्र और आभूषणों की खरीदारी चल रही है। सोमवार को मध्यरात्रि 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म का उत्सव घर-घर और मंदिरों में मनाया जाएगा। पंचामृत से ेअभिषेक, पूजन, शृंगार कर कान्हा की महाआरती की जाएगी। कई श्रद्धालु व्रत-उपासना करेंगे।     बाजारों में रही भीड़ जन्माष्टमी को लेकर रविवार को शहर के बाजारों में विशेष रौनक रही। भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप के वस्त्र, आभूषण, मुकुट, बंशी, झूले आदि की खरीदारी हुई। पूजन के लिए विविध प्रकार की मिठाईयां, नमकीन आदि की दुकानों पर भी भीड़ रही। मंदिरों और पूजा स्थलों को सजाने के लिए विभिन्न प्रकार के पुष्पों की खरीदारी हुई। वहीं जन्माष्टमी पर पकवान के लिए परचून सामग्री की खरीदारी चलती रही। झांकियां सजाने के लिए खिलौनों और पूजन सामग्री की भी खरीदारी ह...

दुकानें सजी, बालकृष्ण के वस्त्र-आभूषणों की बिक्री बढ़ी

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बीकानेर. भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियां घर-घर में शुरू हो गई है। कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल के लिए नए वस्त्र खरीदे जा रहे हैं। जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को शृंगारित करने के लिए मुकुट, बंशी, आभूषण, सिंहासन, झूले आदि की खरीदारी की जा रही है। शहर के विभिन्न बाजारों में जन्माष्टमी को लेकर कृष्ण के वस्त्र आभूषणों की दुकानें सज गई है। कई श्रद्धालु लड्डू गोपाल की नई मूर्तियों की भी खरीदारी कर रहे है। वहीं झांकिया सजाने के लिए खिलौनों की पर खरीदारी शुरू हो गई है।   मंदिरों में चल रही तैयारियां जन्माष्टमी को लेकर शहर के कृष्ण मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई है। कई मंदिरों में रंग रोगन के साथ साफ-सफाई का कार्य चल रहा है। मंदिर रंग बिरंगी रोशनी से सजाए जाएंगे। जन्माष्टमी के दिन होने वाले विशेष अभिषेक, पूजन, शृंगार, महाआरती आदि की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जन्माष्टमी के दिन दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए पुख्ता व्यवस्थाएं की जा रही है।   बनेंगे विविध पकवान भगवान कृष्ण जन्म के स्वागत में घर-घर में विविध पकवान बनाएं जाएंगे। घर-परिवार क...

यहां लकडि़यों से पीटकर करते हैं कंस का वध

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विमल छंगाणी - बीकानेर. देशभर में जन्माष्टमी पर्व भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना के साथ मनाया जाता है। भगवान कृष्ण के जन्म के समय खुशियां मनाई जाती है व अभिषेक, पूजन कर महाआरती की जाती है। कृष्ण के स्वागत में मंदिरों सहित घर-घर में झांकियां भी सजाई जाती है। जन्माष्टमी के दिन बीकानेर शहर में कृष्ण जन्म के समय अधर्म के प्रतीक रूप में कंस के प्रतीकात्मक वध की भी परम्परा है। जो न केवल अनूठी है बल्कि दशकों से चली आ रही है। मिट्टी की मटकी पर मिट्टी से बनाए जाने वाले कंस का वध जन्माष्टमी के दिन रात्रि 12 बजे लकडि़यों से पीटकर किया जाता है। गली-मोहल्ले इस दौरान भगवान कृष्ण के जयकारों से गूंज उठते है। कंस के वध की परंपरा दशकों से चल रही है।   एेसे बनता है कंस पानी की मटकी के गोल हिस्से पर पहले तालाब की चिकनी मिट्टी लगाई जाती है। इसके बाद मिट्टी से कंस के दो सिंग बनाए जाते हैं। ललाट पर मिट्टी से आडम्बर बनाया जाता है। आंखे, नाक, कान, मुंह, मूंछ और जिह्वा भी मिट्टी से ही बनाए जाते है। काजल और कुमकुम का उपयोग रंग के रूप में किया जाता है। दांतों के लिए मिट्टी से बने बतर...

आज बिना बुकिंग हो सकेगा टीकाकरण

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बीकानेर. कोविड टीकाकरण की गति को और बढ़ाने के लिए जिले में रविवार को बिना ऑनलाइन बुकिंग के भी टीकाकरण की व्यवस्था रहेगी। आमजन टीकाकरण केन्द्रों पर ऑनस्पॉट पंजीयन करवाकर पहली अथवा दूसरी डोज लगवा सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से रविवार को जिले में शहर से ग्रामीण क्षेत्रों तक 187 टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 151 टीकाकरण सत्रों का आयोजन होगा।     मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ पी चाहर के अनुसार कोविड टीकाकरण की गति को बढ़ाने के लिए बिना बुकिंग ऑन स्पॉट पंजीयन के माध्यम से टीकाकरण की सुविधा की गई है। डॉ. चाहर के अनुसार रविवार को अधिकांश केन्द्रों पर कोविशील्ड व कुछ केन्द्रों पर कोवैक्सीन उपलब्ध रहेगी। चुनींदा शहरी केन्द्रों पर दोनो तरह की वैक्सीन उपलब्ध रहेगी। शहरी क्षेत्र में वैक्सीनेशन ऑन व्हील्स के माध्यम से भी टीकाकरण होगा।   36 हजार वैक्सीन की डोज और मिली आरसीएचओ डॉ. राजेश कुमार गुप्ता के अनुसार जिले को टीकाकरण के लिए 36 हजार वैक्सीन की डोज और प्राप्त हुई है। इनमें 30 हजार कोविशील्ड व 6 हजार कोवैक्सीन है। डॉ.गुप्ता के अनु...

राजेंद्र सिंह शेखावत मेमोरियल बास्केटबॉल प्रतियोगिता शुरू

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बीकानेर. सादुल क्लब बॉस्केटबॉल अकेडमी में 27 से 29 अगस्त तक होने वाली प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत मेमोरियल बास्केटबॉल प्रतियोगिता का उद्घाटन बीएसएफ के डीआइजी पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ व जीवराज सिंह कुमास ने किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि सादुल क्लब के अध्यक्ष तेज अरोड़ा, सचिव हनुमान सिंह कोटवाद, जिला बास्केटबॉल संघ के कोषाध्यक्ष आन्नद सिंह मौजूद रहे। आयोजन सचिव दिलीप बिश्नोई ने बताया कि इस मौके पर पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी नरेंद्र सिंह खिवंसर, सुनील चौधरी,महेंद्र, विक्रम सिंह, दुर्गा सिंह, विजय सिंह तथा रवि राजपुरोहित, मौजूद रहे। इस मौके पर सादुल क्लब में नवनिर्मित राजेंद्र सिंह शेखावत बास्केटबॉल कोर्ट का उद्घाटन उनके पिता जीवराज सिंह ने किया। मुख्य अतिथि पुष्पेंद्र सिंह ने स्वागत उद्बोधन में खिलाडिय़ों को अनुशासन में रहकर मेहनत करने के लिए भी प्रेरित किया। मैचों के परिणाम इस प्रकार रहे बालक वर्ग में सादुल क्लब ए ने करणी क्लब को 60.05 से हराया। दूसरे मैच में सादुल क्लब बी ने बुल्स को 56. 7 से हराया। सादुल क्लब सी ने टीम वारियर्स को 50. 0 से हराया। जेलवेल क्लब ने एक्शन क्लब को 49. 9 से प...

पैदल जा रहे युवक को बाइक ने मारी टक्कर

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श्रीडूंगरगढ़. कस्बे में शुक्रवार सुबह पैदल जा रहे एक युवक को बाइक ने टक्कर मार दी। जानकारी के अनुसार सरदारशहर रोड़ पर सुबह पैदल घूमने गए युवक को बाइक ने टक्कर मार दी। हादसे के दौरान बाइक पर सवार दोनों युवक भी गिर गए। घायल तीनों युवकों कस्बे की सीएचसी में इलाज के लिए लाया गया। जहां एक युवक को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। वहीं बाइक सवार दोनों घायल युवक वेदप्रकाश व चोखाराम निवासी धीरदेसर चोटियान को बीकानेर रेफर कर दिया। ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी श्रीडूंगरगढ़ . राष्ट्रीय राजमार्ग-11 पर सेसोमूं स्कूल के पास गुरुवार देर रात्रि को एक ट्रैक्टर ट्रॉली को ट्रक ने टक्कर मार दी। इसी दौरान पीछे से आ रहा एक ट्रेलर भी ट्रक से भिड़ गया। हादसे में ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गए ओर ट्रॉली में भरा हुआ चारा हाइवे पर बिखर गया। हादसे के बाद हाइवे पर कुछ देर के लिए यातायात भी बाधित हो गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नही हुई। घटना के बाद तीनों वाहनों के चालक मौके से फरार हो गए। वहीं तोलियासर गांव के पास एक अनियंत्रित कैम्पर गाड़ी ने कार को टक्कर मार दी। हादसे में कार क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि हादसे में क...

चुराकर किराए के बाड़े में छिपा देते, अब पकड़े गए, 21 बाइक जब्त

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बीकानेर . नयाशहर पुलिस और डीएसटी ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर शहर में बाइक चुराने पर दो युवकों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चुराई बाइकों को एक बाड़े से बरामद किया है। आरोपियों ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों से बाइक चुराना स्वीकार किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर (आइपीएस) शैलेन्द्रसिंह इंदौलिया ने बताया कि रिड़मलसर हॉल सर्वोदय बस्ती निवासी हैदर अली पुत्र अमीन भाटी एवं बांगड़सर बज्जू निवासी मनफुल खां पुत्र कालू खां को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से २१ बाइक बरामद की गई है। बाइक चोरों को पकडऩे में हैडकांस्टेबल कानदान सांधू की विशेष भूमिका रही। विदित रहे कि नयाशहर थाने में बाइक चोरी की लगातार वारदातें हो रही है। इसी प्रकार हाल ही में एक अन्य बाइक चोरी का मामला दर्ज हुआ। इस पर पुलिस अधीक्षक प्रीतिचन्द्रा ने एएसपी सिटी से बाइक चोरों को पकडऩे के निर्देश दिए थे। नयाशहर सीआई गोविंदसिंह चारण एवं डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम में एएसआई रामकरणसिंह, हैडकांस्टेबल कानदान सांधू, नरेश सिंह, अब्दुल सत्तार, साइबर सेल के हैडकांस्टेबल...

नॉन टीचिंग पदों पर भर्ती विवि स्तर पर करने का निर्णय

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बीकानेर. स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय की प्रबंध मंडल (बोम) की बैठक कुलपति प्रो. आरपी सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित की गई। बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों के अनुमोदन के साथ 3600 ग्रेड पे तक की नॉन टीचिंग पदों पर भर्ती विश्वविद्यालय स्तर पर करने का निर्णय लिया गया। बैठक के अध्यक्ष कुलपति प्रो. सिंह ने बताया कि तीनों नए कृषि महाविद्यालयों को इसी सत्र से प्रारंभ किया जा रहा है। महाविद्यालयों में 60-60 सीटें भरने के लिए श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर को सीट मैट्रिक्स भिजवा दी गई है। चांद कोठी एवं मंडावा में महाविद्यालयों के लिए जमीन आवंटित कर दी गई है और हनुमानगढ़ में भी शीघ्र भूमि आवंटित कर दी जाएगी। भवन निर्माण के लिए ६ करोड़ रुपए राज्य सरकार ने प्रत्येक महाविद्यालय के भवन निर्माण के लिए 6 करोड़ विश्वविद्यालय को उपलब्ध करा दिए हैं। इन नवीन महाविद्यालयों में अधिष्ठाता एवं एक-एक अशैक्षणेत्तर व शैक्षणेत्तर कर्मचारियों का पदस्थापन भी कर दिया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा लागू शिक्षा संबल योजना के तहत टीचिंग स्टाफ की अतिथि शिक्षक विज्ञापन ...

प्री डीएलएड परीक्षाएं 31 को, तैयारियां पूरी

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बीकानेर. प्री डीएलएड परीक्षा 2021 की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। ये परीक्षाएं 31 अगस्त को राज्य के सभी जिलों मे आयोजित की जाएगी। गुरुवार को इस परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा के लिए वीडियो कांफ्रे ंसिंग का आयोजन किया गया जिसमें सभी प्राधिकृत अधिकारियों, जिला शिक्षा अधिकारियों, संभागीय संयुक्त निदेशकों, डाइट प्राचार्यों तथा केंद्राधीक्षकों तथा परीक्षा से संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। परीक्षा आयोजन समिति के समन्वयक एवं पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं पाला राम मेवता ने बताया कि इस बार इस परीक्षा में कुल 4 लाख 70 हजार 761 परीक्षार्थी भाग लेंगे। इसे सफ ल बनाने के लिए 544 प्राधिकृत अधिकारी बनाए गए है । हर 5.6 परीक्षा केंद्रों के लिए एक प्राधिकृत अधिकारी बनाया गया है। इस तरह राज्य में २५९७ परीक्षा केंद्र होंगे। सबसे ज्यादा परीक्षा केंद्र 243 उदयपुर जिले में तथा सबसे कम 21 परीक्षा केंद्र जैसलमेर जिले में बनाए गए है। परीक्षा प्रवेश पत्र साइट पर अपलोड मेवता ने बताया कि विभाग की वेबसाइट पर परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र अपलोड कर दिए गए है। परीक्षार्थी अपनी दी गई आईडी से डाउनलोड कर सकत...

शहरी अस्पतालों के प्रभारियों को थमाए कारण बताओ नोटिस, स्टाफ भी मिला बिना यूनिफॉर्म

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बीकानेर. चिकित्सकों व स्टाफ की लेटलतीफी की शिकायतें मिलने के बाद शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी चाहर ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में अनियमितताएं मिली। डॉ. चाहर सुबह आठ बजे मुरलीधर कॉलोनी स्थित यूपीएचसी पहुंचे जहां २१ कार्मिक अनुपस्थित मिले। बाद में जो लेट पहुंचे वह भी बिना यूनिफार्म के आए। अस्पताल में टायलेट की व्यवस्था बेहाल पाई गई। अस्पताल में केवल तीन ही आरटीपीसीआर कोविड टेस्ट किए गए थे। अस्पताल की मासिक आरएमआरएस की बैठक भी लंबे समय से नहीं आयोजित की गई। इसी प्रकार धर्मनगर स्थित यूपीएचसी नंबर 3 में भी 25 में से 15 कार्मिक अनुपस्थित मिले और यहां भी कार्मिक बिना यूनिफार्म के ड्यूटी पर थे। यहां तक की अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक डे ऑफ़ पे थे जबकि वह सिर्फ रविवार को डे ऑफ ले सकते हैं। अस्पताल में स्वच्छता की कमी तो थी ही आरटीपीसीआर जांच में भी कोताही स्पष्ट थी। लंबे समय से आरएमआरएस की बैठक भी नहीं हुई थी। इस पर डॉ चाहर ने अस्पताल प्रभारी को कारण बताओ नोटिस देते हुए व्यवस्थाएं दुरुस...

फुटपाथ पर डेयरी बूथ, आवागमन में बाधक, यातायात हो रहा जाम

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बीकानेर. शहर में जगह-जगह फुटपाथ और सडक़ों पर डेयरी बूथ लगे है। डेयरी बूथों के कारण आमजन परेशान हो रहे है। दिन में कई बार यातायात जाम होता है। आमजन को हो रही परेशानियों के बावजूद न नगर निगम प्रशासन ध्यान दे रहा है और ना ही नगर विकास न्यास। सार्वजनिक निर्माण विभाग भी अपनी सडक़ों पर डेयरी बूथ लगने के बाद भी मौन साधे हुए है। कई स्थानों पर वॉल टू वॉल सडक़ें बनी होने के बाद भी डेयरी बूथ स्थापित करने की अनुमति प्रदान की जा रही है। संबंधित विभाग भी लोगों को हो रही परेशानी के बाद भी गंभीर नजर नहीं आ रहे है।     एनओसी पर उठ रहे सवाल सडक़ों और फुटपाथ पर भी डेयरी बूथ लगाने की अनुमति दिए जाने से संबंधित विभागों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है। बताया जा रहा है कि डेयरी बूथ आंवटित होने से पहले नगर निगम की ओर से अभियंता से सर्वे करवाया जाता है। मौके की रिपोर्ट ली जाती है। फिर एनओसी जारी की जाती है। इसी प्रकार यातायात विभाग से डेयरी बूथ स्थापित करने से पहले एनओसी ली जाती है। उरमूल डेयरी भी सर्वे के बाद एनओसी जारी करता है। तीन विभागों के सर्वे के बाद बूथ लगाने की अनुमति मिलने के बाद भी सडक़ों व...

एटीपी व डीटीपी निगम-न्यास के महत्वपूर्ण अंग, पद रिक्त फिर कैसे चलेगा प्रशासन शहरों के संग

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बीकानेर. प्रदेश में गांधी जयंती से प्रशासन शहरों के संग व प्रशासन गांवों के संग अभियान की शुरुआत होनी है। अभियान के दौरान प्रदेश सरकार ने 10 लाख पट्टे जारी करने का लक्ष्य रखा है। अभियान के पहले दिन एक लाख पट्टे दिए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन शहर में नगर निगम और नगर विकास न्यास में उप नगर नियोजक, सहायक नगर नियोजक और बीकानेर तहसील में स्थायी तहसीलदार ही नहीं है। संबंधित विभागों में अभियान को लेकर तैयारियां शुरू की गई है, लेकिन पट्टे जारी करवाने के लिए आवश्यक दस्तावेजीय प्रक्रिया को पूरी करवाने के लिए संबंधित अधिकारियों की कमी अथवा अन्य विभाग के अधिकारी के माध्यम से तैयारी चल रही है। इसका असर अभियान के दौरान पड़ सकता है। जबकि अगले माह 15 से 25 सितम्बर तक शिविरों से पहले तैयारी शिविर आयोजित होने है।     डीटीपी नहीं, मानचित्र शाखा के सभी पद रिक्त नगर विकास न्यास में उप नगर नियोजक का पद स्वीकृत है। यह पद काफी समय से खाली पड़ा है। न्यास वरिष्ठ नगर नियोजक कार्यालय में कार्यरत सहायक नगर नियोजक के माध्यम से अपना काम करवा रहा है। वहीं न्यास की मानचित्र शाखा जिसमें जमीनों के न...

चांद निकलने तक खड़े रहकर किया व्रत, अघ्र्य देकर किया पारणा

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बीकानेर. घर-परिवार की सुख -समृद्धि और खुशहाली की कामना को लेकर शुक्रवार को ऊभ छठ का पर्व मनाया गया। महिलाओं व बालिकाओं ने मंदिरों में दर्शन किए व चन्द्रमा को अघ्र्य व पूजन के बाद व्रत का पारणा किया। महिलाओं ने ऊभ छठ की कथा सुनी। व्रतधारी महिलाओं व बालिकाओं ने सूर्यास्त से चन्द्रोदय होने तक खड़े रहकर व्रत-संकल्प पूरा किया। घर-परिवार के बडे़-बुजुर्गो से आशीर्वाद प्राप्त किया। ऊभ छठ पर व्रतधारी महिलाओं व बालिकाओं ने पारम्परिक वस्त्र-आभूषणों से शृंगारित होकर मंदिरों में देव प्रतिमाओं के दर्शन किए। ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र किराडू के अनुसार ऊभ छठ का व्रतराज आदि धर्म ग्रंथों में विशेष महत्व बताया गया है। ऊभ छठ को चंदन षष्ठी, हलषष्ठी भी कहा जाता है। पंडित किराडू के अनुसार कई लोग शनिवार को भी ऊभ छठ का पर्व मनाएंगे।   नगर सेठ लक्ष्मीनाथ मंदिर में किए दर्शन ऊभ छठ की परम्परा अनुसार व्रतधारी महिलाएं व बालिकाएं पारम्परिक वस्त्र-आभूषणों से शृंगारित होकर नगर सेठ लक्ष्मीनाथ मंदिर पहुंची। महिलाओं ने दर्शन कर सुखमय और मंगलमय जीवन की कामना की। ऊभ छठ पर हर साल लक्ष्मीनाथ मंदिर में मेेले सा ...

एक्सप्रेस हाइवे पर रेंग रहे अफसर

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- दिनेश स्वामी बीकानेर. राजस्व नियमों की उलझन, केन्द्र व राज्य में अलग-अलग दलों की सरकार और अफसरों का फाइलों को आगे बढ़ाने की कछुआ चाल में इलाके के भूमि पुत्र परेशान है। केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी अमृतसर-कांदला ६ लेन इकोनोमिक कॉरिडोर का एक्सपे्रस हाइवे के लिए अवाप्त किसानों की भूमि के प्रथम व द्वितीय अवार्ड दो साल के अंतराल पर आए है। अभी भी भूमि के तीसरा आवार्ड आने का इंतजार है। इसमें भूमि अवाप्ति अधिकारी यानि एसडीएम के राजस्व नियमों को लेकर अलग-अलग नजरियों ने भी किसानों को उलझा रखा है। किसानों ने मध्यस्थ (भू-अवाप्ति) अधिकारी जिला कलक्टर के पास १५० से ज्यादा अपीलंे कर रखी है। जिनका निस्तारण अब कलक्टर के स्तर पर किया जा रहा है। एक्सप्रेस हाइवे का बीकानेर जिले के लूणकरनसर, बीकानेर और नोखा उपखण्ड क्षेत्र में करीब १५५ किलोमीटर हिस्सा गुजर रहा है। इसके लिए अवाप्त कृषि भूमि की सिंचित, असिंचित, स्ट्रक्चर यानि निर्मित ढांचा, विलेज रोड की मुआवजा दर अलग-अलग है। भूमि अवाप्ति अधिकारी तीनों एसडीएम की ओर से पहले कुछ किसानों की सिंचित भूमि का असिंचित दर से अवार्ड पारित कर दिया गया। जिस पर किसा...

जो नेता आपके विरोध में थे, आज सरकार में बैठे आपके सुर में सुर मिला रहे हैं...कैसे 'मैनेज" किया?

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-हरेन्द्रसिंह बगवाड़ा बीकानेर. सरकार के खिलाफ जब सत्ताधारी दल ही आंदोलन पर उतारू हो जाए, तो स्थिति गंभीर हो जाती है। बीकानेर में बिजली आपूर्ति कम्पनी के खिलाफ पिछले दिनों युवक कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बीकानेर की जनता बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड से जनता आजिज आ चुकी है। पत्रिका ने इसी मसले पर कम्पनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) शांतनु़ भट्टाचार्य से बात कर मामले की तह में जाने का प्रयास किया। पेश है उनसे बातचीत के अंश। सवाल- विरोध करने वालों का आरोप है कि कम्पनी जनता की जेब काट रही है। जिनकी जेब नहीं काट पा रही उनके कनेक्शन काट रही है। क्या वाकई ऐसा है? जवाब- नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। अनुबंध के तहत कम्पनी अपनी मर्जी से एक भी पैसा वसूल नहीं कर सकती। बिजली की दरें नियामक आयोग तय करता है, उसी के अनुरूप उपभोक्ताओं को बिल जारी करते हैं। कोरोना के कारण लोगों की आय पर विपरीत असर पड़ा है। जिसका असर पूरे बाजार पर है। बिजली कम्पनी भी अछूती नहीं है। आज हम बिजली का ९५ प्रतिशत रेवेन्यू वसूल कर रहे हैं, कोरोना काल में यह घटकर ७० फीसदी रह गया था। जब...

अपने बलबूते खड़ी की गोशाला, अब 500 गोवंश को मिल रहा आश्रय

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-दिनेश स्वामी बीकानेर . बेसहारा गोवंश आज गांव से लेकर शहर तक की समस्या बनी हुई है। शहरों में भूख को शांत करने के लिए गाय-बछड़े और गोधे प्लास्टिक निगल रहे हैं। जो आंतों में फंसकर उसकी जान ले रहा है। वहीं ग्रामीण अंचल में खेतों में घुसने नहीं दिया जाता। कही जेबरा तार तो कहीं तार में छोड़े करंट से गोवंश घायल हो रहा है। एेसे में हजारों-लाखों निराश्रित गोवंश सड़क पर आ चुका है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति बछड़े, गोधे और बुड्ढ़ी गायों की है। एेसे हालात में निस्वार्थ भाव से संचालित गोशालाएं आशा की किरण के रूप में दिखती है। एेसा ही एक प्रयास बीकानेर के परिवार ने निजी स्तर पर गोशाला शुरू कर बेसहारा गोवंश को ठौर देने का काम किया है। बीकानेर-कालू मार्ग पर आसेरा गांव के पास संचालित हो रही श्रीगोपाल गोशाला उन लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत्र है जो निराश्रित गोवंश के लिए कुछ करने का सोचते है। परन्तु खुद के पास सीमित संसाधनों को मानकर पीछे हट जाते है। गोपाल गोशाला की स्थापना 11 साल पहले बीकानेर के व्यापारी दामोदर प्रसाद सारस्वत और उनके पुत्र मनोज सारस्वत ने की। इसके लिए गांव वालों की भागीदारी रखते हुए समित...

साढ़े नौ करोड़ रुपए गबन का आरोप, जेएनवी थाने में मामला दर्ज

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बीएसएफ के रिटायर्ड चीफ मेडिकल ऑफिसर ने दर्ज करवाया बीकानेर. बीएसएफ के रिटायर्ड चीफ मेडिकल ऑफिसर (कमांडेंट) ने जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में एक प्रोपर्टी डीलर सहित अन्य के खिलाफ साढ़े नौ करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगाते हुए प्रकरण दर्ज करवाया है। वैशाली नगर निवासी डॉ. शिवराज सिंह राजपूत ने रिपोर्ट दी कि निर्मल कामरा और उसकी पत्नी ममता कामरा सहित मुनीम हरिप्रसाद ने उसे विश्वास में लेकर उससे करीब साढ़े नाौ करोड़ रुपए उधार लिए, लेकिन वह अब उसे लौटा नहीं रहा है। इतना ही नहीं रुपयों का तकाजा करने पर उसे मारने की धमकियां भी मिल रही है। परिवादी सिंह ने बताया कि निर्मल कामरा ने उससे पहले ढाई लाख रुपए तथा बाद में डेढ़ करोड़ रुपए लिए जिसे उसने लौटा दिया। इसके बाद आरोपी कामरा की पत्नी और निर्मल कामरा ने उससे समय-समय पर रुपयों की उधारी करनी शुरू कर दी, लेकिन रुपए नहीं लौटाए। बीएसएफ के कमांडेंट सिंह ने बताया कि निर्मल कामरा ने उधारी लौटाने की एवज में १७ भूखंड देने की बात कही, लेकिन उसका भी अलॉटमेंट मेरे नाम नहीं किया। व्यास कॉलोनी थानाधिकारी अरविन्द भारद्वाज ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ मामल...

डेयरी बूथ की आड़ में बढ़ रहे ठेले

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बीकानेर. शहर में डेयरी बूथ की आड़ में जगह-जगह सडक़ों के किनारे ठेलों की संख्या बढ़ रही है। इससे न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है, बल्कि व्यवस्थित न होने से आमजन को भी परेशानी हो रही है। ठेलों के कारण कचरा और गंदगी भी बढ़ रही है। संबंधित विभागों और यातायात पुलिस की ओर से ध्यान नहीं दिए जानेे से अवैध रूप से लग रहे ठेलों से आमजन को परेशानी हो रही है। किसी एक स्थान पर अधिकृत रूप से डेयरी बूथ स्थापित होने के बाद इसके आस-पास चाय, नमकीन, ज्यूस, फल, सब्जी सहित विभिन्न प्रकार के ठेले-गाड़ों की संख्या बढऩी शुरू हो जाती है। अव्यवस्थित रूप से ठेले गाड़े लगने के बाद भी न नगर निगम ध्यान दे रहा है और ना ही नगर विकास न्यास।   व्यवस्थित रूप से लगे ठेले गाड़े शहर में हजारों परिवारों का भरण पोषण ठेले गाड़ों के माध्यम से हो रहा है। ठेले गाडे रोजगार प्राप्त करने का मुख्य जरिया है। जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास और नगर निगम को चाहिए, शहर में जहां कही भी ठेले गाडे लगते है, उनको निर्धारित प्रक्रिया और नियमानुसार व्यवस्थित रूप से लगवाने की योजना बनाए। इससे ठेले गाडों का संचालन करने वालों की रोजी रोटी प...

ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं का किया रिव्यू

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बीकानेर. जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को ग्रामीण विकास और पंचायती राज से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। मेहता ने जल ग्रहण विकास, बकाया यूसी, सीसी समायोजन, लंबित तकनीकी स्वीकृतियों, महात्मा गांधी नरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण सांसद एवं विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास, सांसद आदर्श ग्राम योजना, सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूरल अर्बन मिशन, स्वविवेक योजना, महात्मा गांधी जनभागीदारी ग्रामीण विकास योजनाएं, ई-पंचायत, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान, आजादी का अमृत महोत्सव, प्रशासन गांव के संग अभियान सहित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन व प्रगति के बारे में जानकारी ली। बैठक में ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के अधिशासी अभियंता, वरिष्ठ लेखाधिकारी, परियोजना अधिकारी, पंचायत प्रकोष्ठ स्वच्छ भारत मिशन सहित समस्त पंचायत समितियों के विकास अधिकारी व लाइन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। मेहता ने बताया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत विभिन्न कार्यक्रमों को समयबद्ध आयोजित करने के निर्देश...

रस्सा कशी खेल भारत का अपना खेल है उच्च शिक्षा मंत्री भाटी

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बीकानेर. 23वीं सब जूनियर व 34वीं जूनियर राष्ट्रीय टग ऑफ वार रस्सा कस्सी प्रतियोगिता का उद्घाटन गुरुवार को आरएनटी शिक्षण संस्थान मुकाम नोखा में हुआ। इस अवसर पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी व विशिष्ट अतिथि वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई तथा कार्यक्रम के अध्यक्ष मुकाम पीठाधीश स्वामी रामानंद आचार्य ने झण्डा फहराकर किया। उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने बताया कि रस्सा कस्सी एक पारंपरिक और जमीन से जुड़ा खेल है। यह भारत का प्रचलित खेल है तथा यह भारत का अपना खेल है। वन मंत्री बिश्नोई ने बताया कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद बहुत जरूरी है। उद्घाटन समारोह में बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़, सादुलशहर के विधायक जगदीष चंद्र, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र सिंह भाटी, सहायक निदेशक निदेशालय डॉ. जगदीश चौधरी, जिला प्रमुख मोडाराम मेघवाल, टग ऑफ वार फेडरेशन ऑफ इण्डिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरीशंकर गुप्ता, टग ऑफ वार फेडरेशन राजस्थान के सचिव महाबली दारासिंह, एशियन टग ऑफ वार फेडरेशन के महासचिव मदन मोहन, महासचिव माधवी, सचिव जगदीश सहारण उपस्थित थे। source https://www...

महाप्रबंधक बोले रेल फाटकों की समस्या दूर करने पर रहेगा फोकस

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उत्तर पश्चिम के महाप्रबंधक आनन्द प्रकाश ने यात्री सुविधाओं का लिया जायजा बीकानेर. उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने कहा कि अब उनका फोकस रेल फाटकों की समस्या को दूर करने की तरफ रहेगा। बीकानेर की जनता रेल फाटक बंद होने से कम से कम परेशान हो, इस दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने यह बात गुरुवार को बीकानेर पहुंचने के बाद कही। उन्होंने अधिकारियों को रेल यात्रियों की सुविधाओं में इजाफा करने के निर्देश भी दिए। महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने बताया कि रेलगाड़ी के शंटिंग करने की स्थिति में कोटगेट और सांखला फाटक दोनों को बंद नहीं करना पड़े, इसे लेकर रेलवे के तकनीकी अधिकारी काम कर रहे हैं। इस संबंध में तकमीना बनाकर प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं। बीकानेर की जनता को रेल फाटकों के बंद होने से होने वाली परेशानी को जल्द ही दूर किया जाएगा। महाप्रबंधक ने बीकानेर पहुंचने के बाद बीकानेर स्टेशन का निरीक्षण करने के साथ ही रनिंग रूम, लॉबी, रेलवे स्टाफ व यात्री सुविधाओं की जानकारी ली। रेल फाटकों, रेलवे ट्रैक, सिग्नलिंग का जायजा लिया तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने अ...

जिला स्तरीय सतर्कता एवं मोनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित

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बीकानेर. जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में गुरुवार को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जन जाति भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं मॉनिटरिंग समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में विभिन्न थानों में दर्ज प्रकरणों एवं राहत राशि से सम्बन्धित मामलों पर समीक्षा की गई। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि थाना स्तर पर दर्ज प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण कर राहत राशि के लिए थाना स्तर से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता को भिजवाई जाए। इससे संबंधित कोई प्रकरण लंबित न रहे। अनुसंधान स्तर पर लंबित प्रकरणों का भी शीघ्र निस्तारण किया जाए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एल डी पंवार ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान अनुसूचित जाति के 136 प्रकरणों में 103.49 लाख रुपए सहायता राशि तथा अनुसूचित जनजाति में दस प्रकरणों में 5.50 लाख रुपए की सहायता राशि पीडि़त लोगों को दी गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अरुण प्रकाश शर्मा, सहायक निदेशक अभियोजन भगवान सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। source https://www.patrika.com/bikaner-news/distr...

बुनकर मुद्रा योजना के शिविर में पहुंचे 27 बुनकर

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बीकानेर. जिला उद्योग केन्द्र में गुरुवार को बुनकर मुद्रा योजना के तहत हथकरघा बुनकरों के आवेदन पत्र तैयार करवाने का विशेष शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 27 बुनकरों ने भाग लिया। बुनकर सेवा समिति जयपुर के उप निदेशक तपन कुमार ने हथकरघा बुनकरों के लिए बुनकर मुद्रा योजना की पूरी जानकारी बुनकरों को दी। जिला मुख्य प्रबन्धक एलडीएम एमएमएल पुरोहित ने बताया कि बुनकरों से सम्बन्धित क्षेत्र में कार्यरत बैंकों में बुनकर मुद्रा योजना के लक्ष्यों का आवंटन किया जाएगा। जिससे बुनकरों को सुविधा होगी। पंजाब नेशनल बैंक के अमित कुमार ने योजना के दस्तावेजों ओर सिविल स्कोर के बारे में विस्तार से बताया। जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबन्धक मंजू नैण गोदारा ने बताया कि बुनकर मुद्रा योजना में न्यूनतम 50 हजार एवं अधिकतम 5 लाख तक की कार्यशील पूंजी ऋण कम ब्याज पर उपलब्ध करवाई जाएगी। जो व्यक्ति हथकरधा बुनकर का कार्य करते हैं एवं बुनकर कार्ड धारक हैं वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बुनकर बाहुल्य क्षेत्रों में भी शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान बुनकर मुद्रा योजना के पांच आवेदन पत्र तैयार करवाए ...

बंद मकान को चोरों ने बनाया निशाना

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श्रीडूंगरगढ़. कस्बे में वाहन चोरी की घटनाओं के साथ-साथ चोर ग्रामीण क्षेत्र में भी घरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। तहसील के कितासर भाटियान गांव में चोरों ने बंद मकान को निशाना बनाया और लाखों के आभूषण व नकदी पर हाथ साफ कर दिया। कितासर भाटियान निवासी सुल्ताना राम पुत्र रामेश्वर लाल पुनिया ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि 20 अगस्त को वह अपने परिवार के साथ खेत में बनी ढाणी में गया था। गांव में उसका घर बन्द था। 21 अगस्त को पड़ोसी ने फोन कर बताया कि उसके घर के ताले-कुंटे टूटे पड़े हैं। जब उसने घर पर आकर देखा तो अलमारी, सन्दूक आदि के ताले टूटे थे और सामान बिखरा हुआ पड़ा था। देर रात्रि को अज्ञात चोर ने उसके घर में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोरी की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस की मौजूदगी में सामान की जांच करने पर उसके भाइयों की पत्नियों, बहिनों, पुत्री व मां सहित परिवार के सदस्यों के लाखों रुपये के सोने-चांदी के आभूषण और करीब 81 हजार रुपए चोरी हो गए। रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। source https://www.patrika.com/bikaner-news/theft-in-...

नौ साल बाद ग्वार ने फिर पकड़ी तेजी, भाव दस हजार रुपए के पार

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बीकानेर .महाजन. ग्वार के भावों में करीब ९-१० साल बाद एक बार फिर जबरदस्त उछाल आया है। लूणकरनसर, महाजन, अरजनसर सहित आसपास की मण्डियों में ग्वार के दाम लगातार बढऩे से किसान खुश है। वहीं जिन्स की आवक कम हो रही है। गौरतलब है कि वर्ष २०१२ में ग्वार के दाम तीस हजार रुपए प्रति क्विंटल से भी ऊपर चले गए थे। इसके बाद ग्वार के दामों में लगातार कमी ही आई। गत माह जहां ग्वार के भाव ३८ सौ से ४ हजार रुपए प्रति क्विंटल तक थे। वहीं पिछले २५ दिनों से तेजी का रूख बना हुआ है। जैसे-जैसे भाव बढ़ रहे है वैसे-वैसे किसानों की उम्मीदों को भी पंख लग रहे है। ऐसे में बाजार में ग्वार की आवक भी कम हो रही है। किसानों ने तेजी को देखते हुए एक बार ग्वार बेचना बन्द कर दिया है। सितम्बर-अक्टूबर में ग्वार की नई उपज आने से किसानों को अच्छा लाभ मिलने की उम्मीद भी जताई जा रही है। बारिश की कमी के चलते इस बार ग्वार की फसल कमजोर ही है लेकिन भाव में तेजी आने से किसान फायदा मान रहे है। क्षेत्र में कई किसान ऐसे है जिनके पास आज भी ३००-४०० बोरी ग्वार स्टॉक में है। ऐसे किसान भावों में उछाल के कारण प्रसन्न है। सर्वाधिक तेजी पिछले ५-...

पत्नी उधार लेकर कैंसर मरीज पति का करवा रही उपचार

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विमल छंगाणी - बीकानेर. न सजने संवरने का सामान और ना ही व्रत के पारणा के लिए आवश्यक सामग्री। पति जल्द स्वस्थ हो, इसी कामना को लेकर व्रतधारी शारदा बुधवार को आचार्य तुलसी कैंसर अस्पताल के बाहर स्थित शिविर में दिनभर अपने पति गणपत के सिरहाने बैठकर सेवा में जुटी रही। कभी पानी पिलाती तो कभी चाय। अपने पति के सिर पर बार-बार हाथ फेरते हुए शारदा की आंखें आंसुओं से डबडबाती रही। किसी को उसके दर्द का अहसास न हो इसलिए कभी अपने चेहरे को साड़ी के पल्लू से ढकने का प्रयास करती तो कभी सिर को झुकाकर अपनी पति को निहारती रही। मेडता सिटी से बीकानेर पहुंची शारदा ने बीमार पति के पास अस्पताल में रहकर तीज का व्रत रखा। रात को चन्द्रमा के उदय होने के बाद व्रत का पारणा किया।     एक रुपए की आय नहीं मेडता सिटी के रेगर मोहल्ला वार्ड संख्या 38 निवासी गणपत करीब एक साल से गले में कैंसर की बीमारी का उपचार करवा रहा है। पत्नी शारदा ने बताया पहले कुछ महीने अहमदाबाद में उपचार करवाया। फायदा नहीं होने पर बीकानेर आए। शारदा के अनुसार गणपत चप्पल बनाने का काम जानते है। बीमार होने के बाद से काम बंद पड़ा है। घर में एक र...

जूनागढ़ से तीज की सवारी नहीं निकली

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बीकानेर. कोरोना गाइडलाइन की पालना के कारण बड़ी तीज पर जूनागढ़ से तीज की सवारी नहीं निकली। जनाना ड्योढ़ी में ही तीज माता का पूजन कर पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की रस्म अदा की गई। प्रतीकात्मक रूप से जनाना ड्योढ़ी से जूनागढ़ प्रांगण तक तीज माता की सवारी निकली। सवारी पुन: जनाना ड्योढ़ी पहुंची। गुरुवार को भी प्रतीकात्मक तीज की सवारी निकाली जाएगी। रियासतकालीन परम्म्ंपरा के तहत पूर्व बीकानेर राज परिवार की गणगौर की तीज की सवारी हर साल बड़ी तीज पर जूनागढ़ से चौतीना कुआ तक निकाली जाती है। चौतीना कुआं पर तीज माता का पूजन कर पानी पिलाने और भोग अर्पित करने की रस्म का निर्वहन होता है। चौथ को भी तीज की सवारी निकाली जाती है। सवारी पुन: जूनागढ़ जनाना ड्योढ़ी पहुंचकर सम्ंपन्न होती है। जूनागढ़ प्रबंधक कर्नल देवनाथ सिंह के अनुसार राज्य सरकार के निर्देश और कोरोना गाइडलाइन की पालना के तहत तीज की सवारी नहीं निकाली गई। यह दूसरा अवसर है जब बड़ी तीज पर तीज माता की सवारी जूनागढ़ से नहीं निकाली गई है। गत वर्ष भी कोरोना के कारण तीज की सवारी जूनागढ़ से नहीं निकाली गई थी व प्रतीकात्मक रूप से पूजन और सवारी की ...

मंदिरों में दर्शन-पूजन, झूला झूलने की हुई रस्म, अखंड सुहाग के लिए किया कजली पूजन

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बीकानेर. अखंड सुहाग की कामना को लेकर महिलाओं ने बुधवार को कजली तीज (बड़ी तीज) का पर्व मनाया। व्रतधारी महिलाओं ने सुबह झूला झूलने की रस्म निभाई। मंदिरों में देव प्रतिमाओं के दर्शन-पूजन किए। घर-परिवार के बड़े बुजुर्गो से आशीर्वाद प्राप्त किया। रात को चन्द्रोदय होने पर चन्द्रमा को अघ्र्य देकर दर्शन किए और कजली माता का पूजन कर व्रत का पारणा किया। कोरोना गाइडलाइन की पालना के कारण इस बार भी जूनागढ़ से तीज की सवारी नहीं निकली। जनाना ड्योढ़ी में ही तीज माता का पूजन करने की रस्म निभाई गई।   चन्द्रमा को अघ्र्य, कजली पूजन व्रतधारी महिलाओं व बालिकाओं ने रात को चन्द्रमा के उदय होने के बाद घरों की छतों पर सामूहिक रूप से चन्द्रमा के दर्शन किए। चन्द्रमा को अघ्र्य देकर पूजन किया। घरों के प्रांगण और गली-मोहल्लों में दीवारों पर कजली माता की अनुकृति चित्रित कर पूजन किया। मिट्टी से पालुण्डी बनाकर उसमें जल भरा। नवविवाहिताओं ने गठजोडे़ के साथ कजली माता के धोक लगाई। महिलाओं ने सामूहिक रूप से कथा सुनी।   सत्तू चखकर पारणा, आक के पत्तों पर भोजन बड़ी तीज की परम्परा अनुसार तीज के व्रत का पारणा सत्...

रेतीले धोरों के बीच होगी रस्साकशी, खिलाड़ी दिखाएंगे दमखम

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नोखा. मुकाम के रेतीले धोरों पर 26 अगस्त से राष्ट्रीय स्तर की रस्साकशी प्रतियोगिता होगी। बीकानेर टग ऑफ वार एसोसिएशन के तत्वावधान में आरएनटी शिक्षण संस्थान में आयोजित होने वाली ३४वीं सीनियर एवं जूनियर, २३वीं सब जूनियर टग ऑफ वार चैम्पियनशिप में २१ राज्यों की ८६ टीमें भाग लेंगी। इसमें करीब ८०० से अधिक खिलाड़ी शामिल होंगे। जूनियर व सब जूनियर वर्ग की प्रतियोगिताएं २६ से २८ अगस्त तक खेली जाएंगी। इसमें करीब ३९ टीमें भाग लेंगी। सीनियर वर्ग की प्रतियोगिताएं २९ अगस्त से एक सितंबर तक चलेंगी और इसमें ४७ टीमें भाग लेंगी। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में २५ और व्यवस्था में १०० से अधिक सदस्य भी शामिल होंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी खिलाडि़यों के ठहरने व खाने की व्यवस्था अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा की ओर से मुकाम में की गई है। प्रतियोगिता की तैयारिी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। टीमें पहुंचना हुई शुरू एसोसिएशन के सचिव जगदीश चौधरी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए देश के विभिन्न प्रांतों से खिलाडि़यों की टीमें पहुंचना शुरू हो गई हैं। अधिकतर टीमें ट्रेनों से यात्रा कर नोखा पहुंच ...

पाइप लाइन क्षतिग्रस्त, लोग परेशान

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बीकानेर . मोहता सराय क्षेत्र में एक गली में पानी की पाइप लाइन के लिए खुदाई कार्य के दौरान वहां पुराने पानी के कनेक्शन कट गए इससे दो दिन से वहां पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इसके साथ सीवर लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस कारण लोगों में रोष फैल गया। क्षेत्र के निवासी मनोज कुमार व्यास ने बताया कि बीकाजी की टेकरी से मोहता सराय तक पानी की नई पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इसके लिए दो दिन से जेसीबी से खुदाई कार्य चल रहा है। वहां पर एक पन्द्रह फीट की गली में खुदाई की गई। इस दौरान पुराने कनेक्शन क्षतिग्रस्त हो गए और सीवर लाइन को भी नुकसान पहुंचा। इस कारण वहां पर दो दिन से पेयजल नहीं आ रहा है। पेयजल को लेकर वहां परेशानी बढ़ गई है। लोगों में इससे आक्रोष फैल गया और तुरंत इसे ठीक कराने की मांग की। व्यास ने बताया कि इस बारे में जलदाय विभाग के लक्ष्मीनाथ टंकी कार्यालय पर एइएन को अवगत कराया। एइएन ने इसे तुरंत ठीक करने का आश्वासन दिया। source https://www.patrika.com/bikaner-news/pipeline-damaged-7029212/

सात दिन में तीसरी बार 41 पर

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बीकानेर . वर्षा ऋतु का भाद्रपद मास शुरू हो चुका है लेकिन गर्मी तो परवान पर ही चल रही है। कहीं से भी वर्षा काल का अहसास नहीं हो पा रहा है। तापमान लगातार चालीस डिग्री के आसपास चल रहा है। हालत यह है कि सात दिन के अंदर ही पारा तीसरी बार ४१ डिग्री तक पहुंच गया। सामान्य तौर पर इतनी तेज गर्मी भादौ मास में नहीं पड़ती। तीखी गर्मी के लगतार बने रहने से रात को भी बैचेनी रहती है। सुबह हवा में ठंडक महसूस हो रही थी। थोड़े बहुत बादलों की आवाजाही भी रही। सूर्य चढऩे के साथ-साथ गर्मी भी बढऩे लगी। नौ बजने से पहले ही तेज तपन का अहसास होने लगा था। ग्यारह बजे तक तो धूप तल्ख हो गई। दोपहर भर हल्की गर्म हवा चली शाम सात बजे तक यही स्थिति बनी रही। आठ दिन की स्थिति तिथि अधिकतम न्यूनतम १८ अगस्त ४१.० २८.६ १९ अगस्त ४०.०८ २९.० २० अगस्त ४१.२ २९.२ २१ अगस्त ३७.७ २८.६ २२ अगस्त ३४.९ २७.२ २३ अगस्त ३९.८ २६.७ २७ अगस्त ४१.० २९.३ source https://www.patrika.com/bikaner-news/bikaner-weather-news-7029094/

तृतीय श्रेणी शिक्षक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि आज

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तृतीय श्रेणी शिक्षक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि आज बीकानेर. माध्यमिक, प्रारंभिक शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग में कार्यरत तृतीय श्रेणी शिक्षक, प्रबोधक, शारीरिक शिक्षक,प्रयोगशाला सहायक तथा पुस्तकालयाध्यक्ष के स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि बुधवार रात १२ बजे तक की है। इसके बाद ऑनलाइन लिंक बंद हो जाएगा। सरकार ने लंबे अंतराल के बाद तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए १८ से २५ अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं। अभी तक सैकड़ों शिक्षकों ने आवेदन किए है। बुधवार रात १२ बजे तक शिक्षक ऑनलाइन आवेदन जमा करा सकेंगे। शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने बताया कि आवेदन पत्र किसी भी कार्यालय में अथवा सचिवालय स्तर आदि पर स्वीकार नहीं किए जाएंगे। माध्यमिक शिक्षा के कार्मिक माध्यमिक शिक्षा विभाग में एवं प्रारंभिक शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग के कार्मिक प्रारंभिक शिक्षा एवं पंचायती राज विभाग में ही स्थानांतरण के लिए आवेदन करेंगे। प्रोबेशनर ट्रेनी कार्मिक स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। source https://www.patrika.com/bikaner-news/online-application-for-thir...

अखंड सुहाग की कामना को लेकर कजली पूजन आज

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बीकानेर. अखंड सुहाग की कामना को लेकर महिलाएं बुधवार को बड़ी तीज का व्रत रखेंगी। मंदिरों में दर्शन-पूजन, झूला झूलने और देर शाम कजली पूजन व चन्द्र पूजन के बाद व्रत का पारणा होगा। बालिकाएं व युवतियां अच्छे वर की कामना को लेकर तीज का व्रत रखेंंगी। सुबह पारम्परिक वस्त्र और आभूषणों से शृंगारित होने के बाद महिलाएं व बालिकाएं झूला झूलने की रस्म निभाएगी। देव मंदिरों में दर्शन-पूजन कर घर-परिवार की सुख समृद्धि की कामना की जाएगी। बड़े-बुजुर्गो से आर्शीावाद प्राप्त करेंगी। कई स्थानों पर तीज उत्सव के आयोजन होंगे। चन्द्रोदय के बाद घरों की छतों पर महिलाएं सामूहिक रूप से चन्द्रमा को अघ्र्य देकर पूजन करेंगी। घरों के आंगन अथवा गली-मोहल्लों में सामूहिक रूप से मां कजली का पूजन कर कथा सुनेगी। इसके बाद व्रतधारी महिलाएं व्रत का पारणा करेंगी।   घर-घर होगा कजली पूजन बड़ी तीज पर बुधवार को घर-घर कजली माता का पूजन होगा। देर शाम महिलाएं सामूहिक रूप से मिट्टी की पालुण्डी बनाकर उसमें जल भरेंगी व दिवार पर कजली माता की अनुकृति चित्रित कर पूजन किया जाएगा। महिलाएं कजली माता के व्रत की कथा सुनेगी। पति-पत्नी गठजो...

संजोडे सूं कजळी पूजै, कर सोळह सिणगार

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विमल छंगाणी - बीकानेर. चौमासा ऋतु का भाद्रपद महीना प्राकृतिक सौन्दर्यता के साथ अनुपम छटाए लिए होता है। आकाश में काली घटाएं, मूसलाधार बारिश, नभ में चमकती बिजली और चारों ओर हरियाली वातावरण को उल्लासित बनाए रखती है। बागों में झूले झूलती महिलाएं व बालिकाएं, हंसी-खुशी का माहौल जीवन में नई उमंग उत्पन्न करता है। इसी महीने की तृतीया को कजली तीज का पर्व मनाया जाता है। महिलाएं अपने अखंड सुहाग की कामना को लेकर मां कजली का व्रत-पूजन करती हैं। भाद्रपद के इसी अनुपम सौन्दर्य और तीज पर्व का विशेष वर्णन होली के अवसर पर आयोजित होने वाली स्वांग मेहरी रम्मतों के चौमासा गीत में है। जिसमें रम्मत उस्ताद के नेतृत्व में कलाकार भक्ति भाव के साथ कजली व्रत-पूजन का वर्णन गीत के माध्यम से करते हैं। सुहागण मेहंदी रचाई, दे चन्द्र अरघ घर माही स्वांग मेहरी रम्मत के चौमासा गीत में ‘सजै सोळह सिणगार तिजणिया बण ठण नितरी हरखासी’, ‘प्रीतम सागै बागौ जासी रेशम झूले पिवजी हिण्डासी’, ‘अमिया पूजण को चाली, ले हाथ चांदी की थाली’ के माध्यम से कजली पूजन का वर्णन किया गया है। वहीं ‘संजोडे सूं कजली पूजै, सज सोळह सिणगार’, ‘सुहागण म...