3 सीएचसी में स्वीकृत सभी पद रिक्त,15 सीएचसी में पद ही स्वीकृत नहीं
बीकानेर. एक ओर जहां ब्लैक फंगस आंखों पर अधिक असर डाल रहा है, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित हो रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नेत्र रोग विशेषज्ञ ही नहीं है। स्थिति यह है कि जिले में संचालित हो रहे 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में महज तीन सीएचसी में ही कनिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद स्वीकृत है। 15 सीएचसी में पद ही स्वीकृत नहीं है। जिन तीन सीएचसी में नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद स्वीकृत है, वे भी रिक्त चल रहे है। ऐसे में ग्रामीणों को आंखों के उपचार के लिए बीकानेर शहर आकर उपचार करवाना पड़ रहा है। यह स्थिति ग्रामीणों परप आर्थिक भार बढ़ाने वाली साबित हो रही है। बताया जा रहा है कि श्रीडूंगरगढ़ में संचालित हो रही आई हॉस्पीटल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की सेवाएं उपलब्ध हो रही है।
यहां है पद स्वीकृत
जिले में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कनिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ के चार पद स्वीकृत है। इनमें से तीन पद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में और एक पद आई हॉस्पीटल श्रीडूंगरगढ़ में स्वीकृत है। सीएचसी नोखा, खाजूवाला और श्रीडूंगरगढ़ में नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद स्वीकृत होने के बाद भी यह पद लंबे समय से रिक्त चल रहे है।
15 सीएचसी में पद ही स्वीकृत नहीं
नेत्र रोग उपचार को लेकर सरकार और स्वास्थ्य विभाग की इससे बड़ी अनदेखी और क्या हो सकती है कि जिले में १८ में से १५ सीएचसी में कनिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद ही स्वीकृत नहीं है। पद स्वीकृत नहीं होने से उस क्षेत्र के ग्रामीणों कोा आंखों के उपचार के लिए चिकित्सकीय सेवाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। आंखों के सामान्य और गंभीर रोग के मरीजों को उपचार के लिए बीकानेर शहर आना पड़ रहा है।
सरकार को पत्र भेजेंगे
चिकित्सा केन्द्रों में स्वीकृत और रिक्त पदों की स्थिति से सरकार को समय-समय पर पत्र भेजकर अवगत करवाया गया है। पदों की स्वीकृति और रिक्त पदों पर पदस्थापन सरकार स्तर का मामला है। यह सही है जिले की अधिकतर सीएचसी में कनिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञों के पद स्वीकृत नहीं है व कुछ पद रिक्त चल रहे है। रिक्त पदों को लेकर जल्द सरकार को पत्र प्रेषित किया जाएगा।
डॉ. ओ पी चाहर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बीकानेर
source https://www.patrika.com/bikaner-news/treatment-of-eyes-6872025/
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