एक साल बाद उठा रहस्यमयी मौत से पर्दा
बीकानेर। श्रीगंगानगर से रामदेवरा पैदल जा रहे जातरुओं की रहस्यमयी मौत से आखिरकार एक साल बाद पर्दा उठ गया है। इन तीनों की मौत जहरीले सांप के काटने से हुई थी, यह अब प्रमाणित हो चुका है। इसके बाद अब पुलिस व जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। करीब एक साल से पुलिस तीन मौतों की गुप्थी को सुलझाने में जुटी थी। चार दिन पहले फोरेंसिक लैब से विसरा की रिपोर्ट मिलने से इन तीनों की मौत को लेकर गहराया संशय अब दूर हो गया है।
यह है रिपोर्ट
एफएसएल ने विसरा रिपोर्ट में मृतक चुन्नीलाल की मौत सांप के काटने से बताई है वहीं राजकुमार व राजकीय उर्फ राजरानी की मौत में सांप के जहर की संभावना जताई है। इस रिपोर्ट के बाद तीनों की मौत को लेकर हत्या, पारिवारिक विवाद सहित अन्य संशयों पर विराम लग गया है।
पोस्टमार्टम में मौत कारण नहीं हुआ स्पष्ट
परिजनों और पुलिस ने प्रथमदृष्या सांप के काटने से मौत की आशंका जताई थी। तीनों शवों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया लेकिन पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ। इस पर पुलिस ने तीनों शवों का विसरा लेकर जांच के लिए एफएसएल भेजा था।
इस तरह गहराया था संशय
मोतीगढ़ के पास तीन जनों की एक साथ मौत को लेकर कई तरह के सवाल उठे थे। पुलिस ने इस मामले में हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच-पड़ताल की। पारिवारिक विवाद के चलते हत्या तो नहीं की गई। मृतकों के शव पीबीएम अस्पताल ले गए तब चिकित्सकों ने उनके शरीर का बारीकी से परीक्षण किया। चिकित्सकों को शरीर पर सांप जैसे जानवर के काटने के निशान भी नहीं मिले थे। इस कारण इन तीनों की मौत को लेकर संशय और गहरा गया।
यह है मामला
श्रीगंगानगर की पुरानी आबादी के केदार चौक से चुन्नीलाल, राजकुमाार और राजकी उर्फ राजरानी २८ अगस्त,२०१९ को रामदेवरा के लिए पैदल रवाना हुए। वे दो दिन बाद छतरगढ़ थाना क्षेत्र के मौतीगढ़ पहुंचे। यहां माताजी मंदिर के पास रात्रि विश्राम के लिए ठहर गए। करीब डेढ़-दो बजे सभी लोग सो गए थे। सुबह चार बजे वापस पदयात्रा शुरू करने के लिए रवाना होने लगे तो यह तीनों नहीं उठे। साथियों ने संभाला को इनके शरीर में किसीतरह की हलचल नहीं थी। इस बारे में छतरगढ़ पुलिस को सूचना दी और तीनों को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल लाए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था।
रिपोर्ट कलक्टरों को भेजी
दो पुरुष व एक महिला की मौत सांप के काटने से हुई थी। एसएफएल जांच के लिए तीनों का विसरा भेजा गया था। अब उसकी रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट में जहरीले सांप के कांटने से मौत प्रमाणित हुई है। इस संदर्भ में बीकानेर व श्रीगंगानगर जिला कलक्टर को रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है।
सुरेन्द्र कुमार, थानाधिकारी छतरगढ़
source https://www.patrika.com/bikaner-news/after-a-year-the-curtain-of-mysterious-death-arose-6359826/
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