घर-घर हुआ सियाणा भैरव का अभिषेक-पूजन
बीकानेर. 'बाड बिचाळै पीपळी', ' जाग जाग रे मतवाला भैंरु' और ' चक मक करतो बण्यो चूरमों' सरीखे भजन और स्तुतियों की गूंज घरों में रही। सोमवार को सियाणा भैरव का मेला कोरोना के कारण स्थगित होने के कारण शहर में घरों में सियाणा भैंरव का अभिषेक, पूजन कर आरती की गई।
शहर में स्थित सियाणा भैरव मंदिरों में कोरोना एडवाइजरी की पालना के तहत भैंरव प्रतिमाओं का पूजन कर आरती की गई। घरों में स्थापित प्रतिमाओं का पंचामृत, गुलाब जल, चमेली तेल से अभिषेक, पूजन, श्रृंगार कर चूरमा और सीरा, चावल, दाल का विशेष भोग लगाया गया। कोलायत तहसील के सियाणा गांव में भाद्रपद मास का मेला नहीं भरा।
सियाणा भैरव नवयुवक सेवा समिति के अध्यक्ष बच्छराज छंगाणी के अनुसार कोरोना एडवाइजरी की पालना के तहत अभिषेक, पूजन, श्रृंगार कर महाआरती की गई। महाप्रसाद के रूप में चूरमा और सीरा, चावल, दाल का विशेष भोग अर्पित किया गया। मंदिर में दिन भर श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित रहा। पुलिस के जवान मंदिर परिसर के बाहर तैनात रहे।
source https://www.patrika.com/bikaner-news/siyana-bhairav-6360064/
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